चित्रपट नाम : जवानी दीवानी
रिहाई साल : २०१३
संगीतकार : प्रीतम
गीतकार : अमिताभ भट्टाचार्य
गायक : विशाल ददलानी, शाल्मली खोलगडे
बालम पिचकारी जो तूने मुझे मारी
तो बोले रे ज़माना ख़राबी हो गयी
मेरे अंग राजा जो तेरे रंग लगा
तो सीधी-सादी छोरी शराबी हो गयी
इतना मज़ा, क्यूँ आ रहा है, तूने हवा में भांग मिलाया
दुगना नशा क्यूँ हो रहा है, आँखों से मीठा तूने खिलाया
हो तेरी मलमल की कुर्ती गुलाबी हो गयी
मनचली चाल कैसे नवाबी हो गयी तो
बालम पिचकारी जो तूने मुझे मारी, तो सीधी साधी छोरी शराबी हो गयी
हां जीन्स पहन के जो तूने मारा ठुमका, तो लट्टू पड़ोसन की भाभी हो गयी