चित्रपट नाम : मिलन
रिहाई साल : १९६७
संगीतकार : लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
गीतकार : आनंद बक्षी
गायक : लता मंगेशकर, मुकेश
हम तुम युग युग से ये गीत मिलन के, गाते रहे हैं, गाते रहेंगे
हम तुम जग में जीवन साथी बन के, आते रहे हैं, आते रहेंगे
जब जब हम ने जीवन पाया, जब जब ये रूप सजा सजना
हर बार तुम ही ने माँग भारी, तुम ने ही पहनाये कंगना
हम फूल बने या राख हुये, पर साथ नहीं छुटा अपना
हर बार तुम ही तुम आन बसे, इस आँखों में बन के सपना
हम तुम युग युग से ये गीत मिलन के, गाते रहे हैं, गाते रहेंगे
हम तुम जग में जीवन साथी बन के, आते रहे हैं, आते रहेंगे
जब जब हम ने जीवन पाया, जब जब ये रूप सजा सजना
हर बार तुम ही ने माँग भारी, तुम ने ही पहनाये कंगना
हम फूल बने या राख हुये, पर साथ नहीं छुटा अपना
हर बार तुम ही तुम आन बसे, इस आँखों में बन के सपना